Monday 28 January, 2013

माँ

ज़िन्दगी में बहुत दुखों को झेला है मेरी माँ ने पर,
हमें ज़िन्दगी के सही मायने सिखाती मेरी माँ 
ज़िन्दगी की कठोरता, कटुता में हे ज़िन्दगी 
को सरल व सहज बनती मेरी माँ 
ज़िन्दगी की कठिनाइयों में भी
हँसते हँसते जीना सिखाती मेरी माँ 
मन में लोभ, लालच 
दूसरों के प्रति द्वेष-जलन जैसे 
विचार आने पर भी हमें सही मार्ग दिखलाती मेरी माँ।
विषैले मार्ग में पवित्र पानी है मेरी माँ 
अंधकार में टिमटिमाता दीया है माँ 
बहुत अनमोल, सुन्दर भगवान का 
दिया हुआ वरदान है माँ।
आज ज़िन्दगी में अपने बच्चों को आगे 
बढ़ता व सफलता पाते हुए देखती हूँ तो 
सोचती हूँ क्या अपनी माँ जैसी मैं 
भी बन पाई हूँ एक अच्छी माँ ...